मध्य प्रदेश में सियासत यूं तो कई तरह की देखने मिलती है लेकिन ग्वालियर में कार्ड पॉलिटिक्स देखने मिली है, ऐसा इसलिए क्योंकि ग्वालियर में उपराष्ट्रपति के मुख्यआतिथ्य में होने वाले कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र से स्थानीय भाजपा सांसद भारत सिंह कुशवाह का नाम ही नदारत है। देखिये यह खास रिपोर्ट…..
15 दिसंबर यानी कल ग्वालियर में जीवाजी विश्वविद्यालय में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जीवाजी राव सिंधिया की प्रतिमा का अनावरण करेंगे, इस कार्यक्रम को लेकर आमंत्रण पत्र छपवाए गए है, लेकिन इस आमंत्रण पत्र से ग्वालियर की प्रथम नागरिक कांग्रेस की महापौर शोभा सिकरवार का नाम नदाराद है, लेकिन हैरानी तब और ज्यादा बढ़ जाती है जब स्थानीय बीजेपी सांसद भारत सिंह कुशवाह का नाम ही गायब कर दिया गया।
आइये आपको आमंत्रण पत्र पर किस किस के नाम छपे है ,आपको रूबरू कराते है।
– मुख्यातिथि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
– कार्यक्रम अध्यक्ष राज्यपाल मंगू भाई पटेल
– विशिष्ट अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव
– केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया
– विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर
– प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार
– ग्वालियर के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट
– सामाजिक न्याय मंत्री नारायण सिंह कुशवाह
इतने सारे नामो के बीच से बीजेपी के स्थानीय सांसद भारत सिंह कुशवाह का नाम गायब होने पर कांग्रेस भला कैसे मौका गवा सकती है। कांग्रेस ने आमंत्रण पत्र के जरिए बीजेपी पर सियासी हमला बोला है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ राम पांडे का कहना है कि मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के अंदर गुटबाजी अब चरम पर पहुंच चुकी है जीवाजी विश्वविद्यालय में उपराष्ट्रपति आ रहे हैं आमंत्रण पत्र भी छपवाए गए हैं लेकिन ग्वालियर के भाजपा सांसद भारत सिंह कुशवाह का नाम गायब है,इसके साथ ही कांग्रेस की महापौर शोभा सिकरवार का नाम भी गायब है। सांसद भारत सिंह कुशवाह ने दिल्ली में उपराष्ट्रपति से मिलकर अपनी शिकायत भी दर्ज कराई है। बीजेपी एक तरफ कहती है कि बटेंगे तो कटेंगे, वहीं भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश में और खासकर ग्वालियर चंबल संभाग में दो फाड़ हो चुकी है।
कांग्रेस द्वारा लगाए गए गुटबाजी के आरोपो के बीच ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने इस मामले से अपना पल्ला झड़ाने की कोशिश की और कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी ही नहीं है।
बहरहाल ग्वालियर की कार्ड पॉलिटिक्स ने एक बार फिर ग्वालियर चंबल अंचल में बीजेपी के अंदर गुटबाजी से जुड़े सवालों को हवा दे दी है।