ग्वालियर एक ही दिन में ऐसा क्या हुआ कि अच्छी भली मायके से गई युवती की दूसरे दिन संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। यह युवती एक पुलिस आरक्षक की पत्नी थी जो संक्रांति पर अपने ग्वालियर के कंपू स्थित मायके आई थी। 16 जनवरी को पुलिस आरक्षक अरुण शर्मा अचानक ससुराल में आ धमका और जबरन अपनी पत्नी उत्सव शर्मा को अपने साथ मुरैना के संजय कॉलोनी स्थित निवास पर ले गया।
अगले दिन अचेत अवस्था में युवती को ग्वालियर के झांसी रोड़ स्थित इलाके के बसंत विहार स्थित जनकल्याण अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां तड़के उसकी मौत हो गई ।मायके पक्ष ने युवती उत्सव शर्मा की मौत के लिए उसके ससुरालियों को जिम्मेदार ठहराया है और गला घोंटकर उसकी हत्या करने का आरोप लगाया है ।
पुलिस विभाग में पदस्थ आरक्षक अरुण शर्मा पर अपनी ही पत्नी की हत्या का आरोप लगा है। यह आरोप मृतका उत्सव शर्मा के परिजनों ने लगाया है। खास बात यह है कि 16 जनवरी को ही आरक्षक अरुण शर्मा अपनी पत्नी को कंपू स्थित मायके से अपने साथ लिवा ले गया था। मायके पक्ष का यह भी कहना है कि युवती उत्सव शर्मा अपने पति अरुण के साथ जाना नहीं चाहती थी क्योंकि उसे पिछले दो साल से ससुराल में प्रताडऩा मिल रही थी और उससे दहेज के रूप में रोज नई डिमांड की जाती थी ।विरोध करने पर उसके साथ ससुराली मारपीट करते थे।
मायके पक्ष का कहना है कि 16 जनवरी को ससुराल में बेमन से गई उत्सव को रात में ही अचेत अवस्था में झांसी रोड़ इलाके के जनकल्याण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिवार के लोगों का कहना है कि उत्सव के साथ मारपीट के बाद दुपट्टे से उसका गला घोंटा गया था। उसके हाथों की चूड़ियां टूट कर उसकी कलाई में घुस चुकी थीं। मायके पक्ष के लोगों को 18 जनवरी को उत्सव के अस्पताल में भर्ती होने के बारे में सूचना दी गई। परिवार के लोगों को कहना है कि जब वो अस्पताल पहुंचे तो उत्सव शर्मा वेंटिलेटर पर थी और उसे कुछ भी होश नहीं था। उसके शरीर पर चोटों के निशान थे। अरुण शर्मा मुरैना का ही रहने वाला है और उसे पिता के स्थान पर अनुकंपा नियुक्ति पुलिस विभाग में मिली है। 8 फरवरी 2023 को ही अरुण शर्मा और उत्सव की शादी हुई थी।झांसी रोड़ पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम कर लिया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।