मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पद की लड़ाई रुकने का नाम ही नहीं ले रही है।
ग्वालियर में जिले के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी सचिन श्रीवास्तव द्वारा कलेक्टर के लेटर हेड का दुरुपयोग करने का मामला सामने आया है। एनएसवी रिसोर्स सेंटर के कॉर्डिनेटर हेमशंकर शर्मा द्वारा की गई शिकायत के मुताबिक सीएमएचओ डॉक्टर सचिन श्रीवास्तव ने कलेक्टर के पैड टाइटल का उपयोग किया है।
जिसके आधार पर एनएसवी रिसोर्स सेंटर के कॉर्डिनेटर के खिलाफ एनएसवी कार्यकर्ताओं को नगद भुगतान करने के मामले में जांच की जाकर उन्हें निलंबित कर दिया गया। वहीं डॉक्टर हेम शंकर शर्मा ने सीएमएचओ डॉ सचिन श्रीवास्तव पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
वीओ-: ग्वालियर में कलेक्टर के नाम से हैल्थ कमिश्नर को फर्जी भेजने के मामले में ग्वालियर कलेक्टर रूचिका सिंह चौहान ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
शिकायत कर्ता हेम शंकर शर्मा ने फर्जी लैटर की शिकायत कलेक्टर पुलिस अधीक्षक और थाना प्रभारी को दी है। बता दें कि सीएमएचओ डॉ सचिन श्रीवास्तव हेम शंकर शर्मा से 25 साल जूनियर हैं जिसे लेकर हेम शंकर शर्मा ने कोर्ट में याचिका दायर की थी कि इतने जूनियर डॉक्टर को सीएमएचओ का पदभार कैसे दे दिया गया। जिसके बाद सीएमएचओ डॉ सचिन श्रीवास्तव ने कूट रचित दस्तावेज के आधार पर डॉ हेम शंकर शर्मा के खिलाफ कलेक्टर का फर्जी लैटर जारी कर हैल्थ कमिश्नर को भेज दिया। मामला संज्ञान में आने के बाद कलेक्टर रुचिका सिंह चौहान ने अपर कलेक्टर सत्यम कुमार को जांच के आदेश दे दिए हैं।