ग्वालियर में राजस्व अधिकारी के होश उसवक्त फ़ाख्ता हो गए जब उनके वाट्सएप नंबर पर पूर्व SDM राघवेंद्र पांडेय का एक MGS आया, लेकिन हैरानी वाली बात ये थी कि SDM पांडेय की चार साल पहले ही मौत चुकी थी, ऐसे में उनके DP लगे वाट्सअप एकाउंट से लगातार आ रहे MSG ने उन्हें परेशान कर दिया आखिर में उन्होंने आला अधिकारियों को जानकारी दी,दरअसल ग्वालियर में तैनात एसएलआर रवि नंदन तिवारी अपनी ड्यूटी करने के बाद घर लौटे थे।
अचानक रात में उनके मोबाइल पर एक मैसेज आया। मैसेज करने वाला खुद को पूर्व SDM राघवेंद्र पांडेय बता रहा था, पांडेय के नाम से SLR रवि नन्दन तिवारी से 30 हज़ार रुपए मांगे गए थे। शख्स ने खुद को SDM राघवेंद्र पांडे बताकर व्हाट्सएप चैटिंग पर रुपए मांगे, माजरा देख रविनंदन तिवारी समझ गए की जालसाज उनको ठगने की कोशिश कर रहा है। जबकि दूसरी ओर जालसाज ने ठगी के लिए पूरी प्लानिंग के साथ अटैक किया, लेकिन उसे ये नही पता था कि पूर्व एसडीएम राघवेंद्र पांडे को दुनिया से गए हुए 4 साल हो चुके। साल 2020 में राघवेंद्र पांडे की कोविड के दौरान मौत हो गई थी। रवि नंदन ने अधिकारियों को जानकारी दी। अब वे इस मामले में साइबर सेल में भी शिकायत करने जा रहै है। फिलहाल रवि नंदन तिवारी ने भी लोगो से अपील की है कि इस तरह के सायबर जालसाजों से सतर्क रहें और खुद का बचाव करे।