देवास में स्थित मां चामुंडा के दर्शन को स्कूटी से पहुंची 2 युवतियों को पुलिस ने लुटेरी दुल्हन की शंका के आधार पर देवास पुलिस थाने के पुलिसकर्मियों ने उन्हें निजी वाहन में बैठाया और शहर में करीब 3 घंटे तक घुमाते रहे। उसके बाद उन्हें छोड़ने के लिए दो लाख रुपए की डिमांड की युवतियों ने डर कर सौदा एक लाख रुपए में तय कर लिया और अपनी मदद के लिए अपनी दीदी को कॉल किया। पैसे लेकर अपने पति के साथ दीदी पहुंची और अपने परिचितों से हिंदू संगठनों को सूचना दी। इसके बाद युवतियों के परिजन और हिंदू संगठन के कुछ कार्यकर्ता इसकी शिकायत लेकर सिविल लाइन थाने पहुंचे।इस बात की जानकारी पुलिसकर्मियों को लगी तो वो युवती को थाने के बाहर छोड़कर भाग गए।मामला देवास एसपी के संज्ञान में आया तो मामला संदिग्ध होने पर एसपी ने पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया फ़िलहाल मामले में जांच जारी है ।
उज्जैन से देवास माता टेकरी दर्शन करने दो युवतियों शुक्रवार शाम 4.30 बजे के करीब पहुंची थीं,इस दौरान दोनों युवतिया रस्ते में एक ढाबे पर रूककर चाय पी रही थी इसी दौरान देवास पुलिस थाने के तीन पुलिसवाले रवि परिहार, अर्जुन पांडे और अनिल पांडे कार से आए और हमारी स्कूटी की चाबी छीनकर हमें कार में बैठने को कहा।और कहने लगे की तुम लुटेरी दुल्हन का काम करती हो और फिर गंदी बातें करने लगे। हम डर गए और कार में बैठ गए फिर हमें पुलिस चौकी लेकर आए और लुटेरी दुल्हन बताकर 2 लाख रुपए की डिमांड करने लगे। पुलिसवाले ने हमें छोड़ने के लिए 1 लाख रुपए में बात पक्की की। इस दौरान जब तक दीदी पैसे लेकर देवास नहीं आई, तब तक पुलिसवाले हमें शहर में घुमाते रहे। युवतियों ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोतवाली थाने में आवेदन दिया है।
मामले को लेकर एसपी संपत उपाध्याय ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है पुलिस कर्मियों ने लुटेरी दुल्हन की आशंका में युवतियों से पूछताछ की है लेकिन अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना नहीं दी इसलिए मामला संदिग्ध होने पर 2 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच किया गया है एक अन्य होमगार्ड पर भी कार्यवाही की जा रहे है। मामले में एक एडिशनल एसपी को जांच सौंपी है। मामले में यदि कोई दोषी पाया जाएगा तो वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी।