विश्व विख्यात कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज इन दिनों ग्वालियर प्रवास पर है,वे दंदरौआ धाम और बड़ागांव में आयोजित कार्यक्रम में कथा वाचन करने पहुंचे है। इस मौके पर अनिरुद्धाचार्य महाराज ने आज के दौर में सभी सनातनियो को एक होने का आव्हान किया।
प्रसिद्व कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने धर्म जाग्रति पर जोर देते हुए कहा कि धर्म के बिना कुछ नही है,आज धर्म की जागृति और उसकी रक्षा बहुत जरूरी है। यदि हम धर्म की रक्षा करेंगे तो धर्म हमारी रक्षा करेगा। कुत्ता बिल्ली के अंदर धर्म नहीं होता,इसलिए वह कुत्ता होता है। आपके अंदर धर्म है इसलिए आप इंसान हो और यही इंसान और जानवर में अंतर बताता है।
सोशल मीडिया धर्म जागृति का बड़ा माध्यम है लेकिन धर्म से जुड़े मामलों में इसका दुरुपयोग भी हो रहा है इसको लेकर उन्होंने कहा कि आज भी बहुत से लोग ऐसे हैं जो भगवान राम को गलत कहते हैं। यहां तक की सीता मां और मीराबाई को भी गलत बताया जाता है। संसार में समाज अच्छाई और बुराई से मिलकर ही बना है। इसलिए कुछ लोग अच्छा कहते हैं कुछ लोग बुरा कहते हैं। यही काम किसी को अच्छा लगता है और किसी को बुरा लगता है। सबका अपना अपना नजरिया होता है कोई भी चीज बुरी नहीं होती है। हम अच्छे हैं तो हमें सब अच्छा लगेगा।, यदि हम बुरे हैं तो हमें सब बुरा लगेगा। इसलिए ही कबीर जी ने कहा है कि बुरा जो देखन मैं चला, बुरा ना मिलया कोए, जो दिल खोजा आपना मुझसे बुरा ना कोए। इसलिए पहले खुद के अंदर छुपी हुई बुराई को खोज कर उसे दूर करना बहुत जरूरी है