ग्वालियर बीएसएनल से रिटायर्ड कर्मचारी नरेंद्र पाल को पड़ाव थाने का पुलिस स्टाफ पिछले कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान कर रहा है ।इस बीएसएनएल कर्मचारी की गलती यह है कि जिस दिन नौगजा रोड स्थित काली माता एवं हनुमान मंदिर से वाटर कूलर चोरी हुआ उस समय वह संदिग्ध व्यक्तियों से बातचीत करते देखे गए थे।
बीएसएनएल के रिटायर्ड कर्मचारी नरेंद्र पाल का कहना है कि वह अपने घर से रोजाना की तरह सुबह के वक्त घूमने के लिए निकले थे। मंदिर के बाहर खडे़ होकर उन्होंने भगवान के हाथ जोड़े। बाहर एक ऑटो खड़ा था और दो व्यक्ति भी वहां खड़े थे जब उनसे वहां मौजूदगी का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि बाबा ने साफ सफाई के लिए उन्हें बुलाया है। वहां वाटर कूलर भी गिरी हुई हालत में पडा़ था। वाटर कूलर के बारे में पूछने पर संदिग्धों ने कहा कि यह वाटर कूलर उनसे गिर गया है मंदिर की सफाई के बाद उसे वापस वहीं रख देंगे। इसके बाद वे मौके से चले गए बाद में पता चला कि वह लोग चोर थे और वाटर कूलर को ऑटो में डालकर ले गए।
चूंकि वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में चोरों की करतूत और और चोरों से बातचीत करते हुए नरेंद्र पाल के फुटेज कमरे में कैद हुए थे ।इसी के आधार पर पड़ाव थाने का दीवान प्रमोद शर्मा उन्हें परेशान कर रहा है और बार-बार थाने बुलाकर मानसिक रूप से परेशानी खड़ी कर रहा है ।जिससे पूरा घर नरेंद्र पाल का पूरा घर तनाव में है। जनसुनवाई में पहुंचे नरेंद्र पाल ने पुलिस अफसरों से दीवान प्रमोद शर्मा की हरकतों पर अंकुश लगाने की मांग की है।
उनका कहना है कि वह रोजाना की तरह मंदिर के सामने से उस दिन भी गुजरे थे वहां संदिग्ध व्यक्ति को देखा तो उनसे पूछताछ की और चले गए। उस दौरान के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस उन्हें परेशान कर रही है जबकि उनका चोरी की इस घटना से कोई लेना देना नहीं है। उनकी शोहरत भी ऐसी नहीं रही है कि कोई उन पर उंगली उठा सके। इसकी तस्दीक मोहल्ले के लोगों से की जा सकती है।