बाँधवगढ़ टाईगर रिज़र्व के मानपुर बफर परिक्षत्र अंतर्गत दरअसल 7 नवम्बर दिन गुरुवार की शाम तेंदुए ने गुरुवार की शाम ग्राम कुदरी निवासी फूलचंद सिंह को घायल कर दिया था।वही दिनाँक 8 नवंबर दिन शुक्रवार की सुबह ग्राम पंचायत हिरौली के ग्राम कुदरी में कृषि कार्य के लिए निकले लोकेश पिता क़तकु बैगा को नाले के पास हमला कर दिया था।जब ग्रामीणों ने हल्ला किया तो उसी दौरान घटना स्थल के पास ही एक घर मे घुस गया जहां रसोई के अंदर खाना पका रही मोनिका सिंह पिता उदय भान सिंह को घायल कर दिया और शुक्रवार की शाम ही ग्राम पंचायत हिरौली के खोरी गाँव मे वृद्ध मुन्ना सिंह उम्र 58 वर्ष को घायल कर दिया है। 2 दिनों के अंदर 4 लोगो को घायल करने के बाद अब क्षेत्र में तेंदूए के नाम की दहशत हो गई थी।
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100 से अधिक कर्मचारी हुए थे तैनात
10 नवंबर की सुबह से ही डिप्टी डायरेक्टर पीके वर्मा के नेतृत्व में मानपुर,कलवाह,पतौर,मगधी, और धमोखर परिक्षत्रों के परिक्षेत्र अधिकारी के साथ लगबग 100 सदस्यीय अधिकारियों और कर्मचारियों का दल ग्राम खोरी और कुदरी में तेंदुए की निगरानी में तैयात था।
3 ट्रैप केज लगाए गए
10 नवंबर की सुबह से ही ग्राम खोरी के आसपास तेंदुए के फ्रेश पगमार्क मिल रहे थे।लेकिन तेंदुआ लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था।बाँधवगढ़ प्रबन्धन के पास 2 ट्रैप केज है।लेकिन प्रबंधन ने निर्णय लिया कि जयसिंहनगर सामान्य वन मण्डल के पास मौजूद एक अन्य ट्रैप केज को मंगवा लिया।अब बाँधवगढ़ प्रबंधन के पास 3 ट्रैप केज हो गए।निर्णय लिया गया कि तीनों ट्रैप केज को खोरी गाँव के बाहर 3 अलग -अलग लोकेशन में लगाया जाएगा।
ऐसे हुआ रेस्क्यू
प्रबन्धन के निर्णय के अनुसार स्टाफ ने उक्त आदेश की तामीली करने के उद्देश्य से 2 जगह ट्रैप केज लगाकर उसमें बकरा बांध दिया।और तीसरा ट्रैप केज लगाने के लिए जैसे ही सिलेक्टेड लोकेशन पर पहुँचे तो ट्रैप केज लगाने के लिए लैंटाना की झाड़ियों को साफ करने लगे।चौकीदार लैंटाना की झाड़ियों को साफ ही कर रहे थे लेकिन उसी लोकेशन में झाड़ियों में शातिर तेंदुआ छिपा हुआ था।देखते ही देखते तेंदुए ने एक चौकीदार पर अटैक भी कर दिया लेकिन उक्त चौकीदार के साथ स्पॉट में झाड़ियों को साफ कर ट्रैप केज लगाने में लगे स्टाफ ने वहां से उल्टे पैर भागने के बजाय साहस और टीम भावना का परिचय देते हुए 4-5 लोगो ने मिलकर किसी ने तेंदुए का जबड़ा पकड़ा तो किसी ने पैर तो किसी ने पूछ और देखते ही देखते बगल में रखे ट्रैप केज में तेंदुए को डाल दिया। इस दौरान 3 कर्मचारियों के साथ-साथ 2 ग्रामीण भी घायल हुए।
तेंदुआ और जैकेट
रेस्क्यू के दौरान तेंदुए ने किसी कर्मचारी या ग्रामीण की जैकेट को अपने पंजों में फंसा लिया और जैकेट भी उसके साथ पिंजरे में चली गई। यही तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई।
मुकुंदपुर किया गया था शिफ्ट
प्रकाश कुमार वर्मा डिप्टी डायरेक्टर बाँधवगढ़ टाईगर रिज़र्व बाँधवगढ़ टाईगर रिज़र्व में पहले से ही 2 जंगली हाथियों का ईलाज चलने के कारण तेंदुए को मुकुंदपुर शिफ्ट कर दिया गया था। जिसकी ईलाज के दौरान आज सुबह मौत हो गई है।पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत कारणों का खुलासा हो पाएगा।बताया जा रहा है लेपर्ड का एब्नॉर्मल बिहैवियर के कारण जंगल की ओर जाने की बजाय रहवासी क्षेत्र में अटैक पर अटैक कर रहा था।
ऐसे होगा मौत का खुलासा
लेपर्ड का रेस्क्यू बिना ट्रेंकुलाइज किए किया गया है। यही कारण है कि रेस्क्यू के दौरान तेंदुए ने कुल 5 लोगो को घायल भी कर दिया था।हालांकि 11 नवंबर की सुबह मुकुंदपुर में तेंदुए की मौत के बाद कई बड़े प्रश्नचिन्ह खड़े हो रहे है तमाम प्रश्नो का जबाव तेंदुए की विसरा और पीएम रिपोर्ट के बाद ही तेंदुए की मौत के कारणो से पर्दा उठ पाएगा।