उमरिया — रक्षाबंधन का पर्व जो भाई-बहन के पवित्र प्रेम और स्नेह का प्रतीक है, उसे इस बार हिन्दू-मुस्लिम एकता मंच ने एक अनोखे और प्रेरणादायक तरीके से मनाया। मंच के सदस्य घर-घर पहुंचकर जरूरतमंद बहनों को राखी, रुमाल, मिठाई और उपहार भेंट कर न सिर्फ त्योहार की खुशियां साझा कीं, बल्कि समाज में भाईचारे और सद्भाव का संदेश भी दिया।
मंच के संस्थापक असलम शेर ने इस अवसर पर कहा, “रक्षाबंधन सिर्फ राखी बांधने का पर्व नहीं है, यह भाई-बहन के प्रेम, सुरक्षा और एक-दूसरे के सम्मान का प्रतीक है। आज हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम हर बहन की रक्षा करेंगे और हर घर में प्रेम व सौहार्द का दीप जलाए रखेंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि हिन्दू-मुस्लिम एकता मंच हमेशा से सर्वधर्म सद्भाव, भाईचारा और सामाजिक एकजुटता के लिए कार्य करता आया है और भविष्य में भी यही प्रयास जारी रहेगा। यह मंच हर पर्व पर सभी धर्मों के लोगों को जोड़ने का काम करता है ताकि समाज में नफरत की जगह प्रेम और विश्वास की भावना पनपे।
रक्षाबंधन के अवसर पर मंच के कार्यकर्ताओं ने शहर और आसपास के इलाकों में जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचकर बहनों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरी। छोटी-सी भेंट और स्नेह भरे शब्दों ने त्योहार की महक को और भी खास बना दिया।
इस मौके पर कृष्णकांत तिवारी, मोहम्मद जुनैद, आकाश द्विवेदी, मक्कू भाईजान, हनीफ अहमद, सचिन चौधरी, अम्बर शुक्ला, राजा, शुभम महोबिया सहित कई सदस्य मौजूद रहे और सबने मिलकर प्रेम और एकता का संदेश दिया।