ग्वालियर विकास प्राधिकरण में ग्रहण निर्माण समितियां का बड़ा घोटाला सामने आया है जहां शहर के सबसे पास इलाके गांधी रोड डेवलपमेंट स्कीम में ग्वालियर विकास प्राधिकरण में पूर्व पदाधिकारियों की मिलीभगत से सैकड़ों करोड़ रुपए मूल्य की भूमि की बंदर बांट कर दी गई। 53 साल बाद इस मामले का खुलासा हुआ है इसके बाद ग्वालियर विकास प्राधिकरण के सीईओ नरोत्तम भार्गव ने नेहरू गृह निर्माण समिति के साथ हुए चार एग्रीमेंट निरस्त कर दिए हैं।
ग्वालियर में गृह निर्माण समितियां जीडीए के अधिकारियों और नेताओं की मदद से भ्रष्टाचार में लिप्त हैं ये हम नहीं कह रहे ये खुलासा किया है ग्वालियर विकास प्राधिकरण के सीईओ नरोत्तम भार्गव ने। नरोत्तम भार्गव का कहना है कि जीडीए में बड़े पैमाने पर गृह निर्माण समितियों द्वारा बड़े घोटालों को अंजाम दिया गया है। जांच के दौरान नेहरू गृह निर्माण समिति द्वारा बिना स्वामित्व के केवल एग्रीमेंट के आधार पर 25 बीघा से ज्यादा भूमि का अवैध रूप से विक्रय कर दिया गया। जिसमें तीन भूमि गांधी रोड स्कीम और एक मेला रोड स्कीम की है।
जब ऑडिट रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ तो सीईओ नरोत्तम भार्गव ने नेहरू गृह निर्माण समिति का पंजीयन निरस्त कर समिति करके खिलाफ एफआईआर करने के लिए पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है। वहीं 53 सालों बाद ग्वालियर विकास प्राधिकरण में व्याप्त भ्रष्टाचार का खुलासा होना कहीं न कहीं जीडीए पर पूर्व में काबिज रहे अध्यक्ष उपाध्यक्ष और सीईओ समेत पूरे ग्वालियर विकास प्राधिकरण पर बड़े , सवाल खड़े करता है।