भोपाल : राज्य फॉरेंसिक प्रयोगशाला सागर से 7 नवम्बर को मृत हाथियों के विसरा नमूनों की विषाक्तता रिपोर्ट प्राप्त हुई है। उल्लेखनीय है कि उमरिया जिले के बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व में खितौली और पतौर रेंज में हाथियों की मृत्यु की घटना 29 एवं 30 अक्टूबर को हुई थी। सागर लैब रिपोर्ट में किसी भी भारी धातु एवं कीटनाशक नकारात्मक पाये गये हैं। स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फॉरेंसिक एण्ड हेल्थ ने भी अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की है, जो हर्पीज वायरस के लिये नकारात्मक है और हाथियों की मृत्यु की वजह विषाक्तता बताई है।
अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य-जीव श्री एल. कृष्णमूर्ति ने बताया कि केन्द्र एवं राज्य शासन की तीन प्रतिष्ठित प्रयोगशाला की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। उनके निष्कर्ष अनुसार हाथियों की मृत्यु का कारण अत्यधिक मात्रा में फंगस लगी कोदो फसल को खाना बताया गया है। उल्लेखनीय है कि 5 नवम्बर को केन्द्र सरकार के आयवीआरआई बरेली उत्तर प्रदेश की रिपोर्ट के अनुसार मृत हाथियों के विसरा सैम्पल में साइक्लोपियाज़ोनिक एसिड पाया गया है। इससे यह पता चलता है कि हाथियों ने बड़ी मात्रा में खराब कोदो पौधे/अनाज खाये हैं।