मऊगंज की घटना में ASI की मौत के उसका शव लाया गया उसके गृह ग्राम पवईया, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई, मृतक ASI रामचरण गौतम के छोटे बेटे का विवाह अप्रैल माह में होना था, पूरे परिवार में खुशियां छाई हुई थी, पूरा परिवार शादी की तैयारी चल रही थी, मृतक के बेटे और बड़े भाई ने शहीद का दर्जा देने और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है, इसके साथ ही मृतक ASI रामचरण को बड़े बेटे सुनील गौतम ने दी मुखाग्नि, और अंतिम सलामी देने के बाद मृतक का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हुआ।
मध्य प्रदेश के नवागत जिले मऊगंज में शनिवार की शाम शाहपुर थाना क्षेत्र में एक बड़ी घटना सामने आई थी, जहां गांव में विगत दो माह पहले गांव के ही कोल और द्विवेदी परिवार का विवाद हुआ था और विवाद के बाद जिसके बाद बीती शाम शनिवार को फिर दोनों पक्षों में विवाद हुआ, जिसके बाद एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के एक युवक की बंधक बना लिया था, बंधक बनाने की सूचना मिलते ही पुलिस गांव में पहुंची थी, जहा ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, इस दौरान शाहपुर थाना प्रभारी तहसीलदार सहित करीब आधा दर्जन से पुलिस कर्मी घायल हुए थे, जहां अस्पताल में उपचार के दौरान ASI रामचरण गौतम की मौत हो गई, जिसके बाद भरी संख्या में पुलिस बल गांव पहुंचा और गांव में धारा 144 लागू की गई, और गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है.
आपको बता दे कि मृतक ASI रामचरण गौतम सतना जिले के कोठी रोड स्थित गुलुआ पवईया गांव के निवासी हैं, रामचरण गौतम 23 वी बटालियन एस एफ के जवान थे, पुलिस विभाग के एस एफ की बटालियन में सिपाही के पद से पदस्थ हुए थे, करीब एक साल से शाहपुर थाने में पदस्थ थे, इसके पहले वह रीवा जिले के पदस्थ थे, उनकी पत्नी का नाम पुष्पा गौतम हैं, रामचरण सन 1984 में सर्विस में आए थे, उनके तीन बेटे है, जिनका नाम सुनील गौतम उम्र 37 वर्ष, दूसरा चंद्रमणि गौतम उम्र 32 वर्ष, तीसरा धीरेंद्र गौतम 27 वर्ष हैं, इसके अलावा दो बेटियां अर्चना त्रिपाठी 38 पति विनोद त्रिपाठी हैं, अर्चना की शादी इटमा ग्राम मझगवां में हुई है, और छोटी बेटी अनीता त्रिपाठी 25 पति स्व वीरेंद्र त्रिपाठी हैं, जिसकी शादी अतर्रा यूपी में हुई है, आपको बता दे कि मृतक के घर में वर्तमान समय के खुशियों का माहौल था, क्योंकि मृतक के छोटे बेटे धीरेंद्र गौतम की अप्रैल में शादी थी।
मृतक का बेटा सुनील गौतम और बड़े भाई रिटायर्ड ASI राम जी गौतम ने इस घटना की घोर निंदा करते हुए कहा कि पुलिस विभाग को शूट का ऑर्डर देना चाहिए ताकि ऐसे अपराधियों को शूट किया जा सके, इसके साथ मृतक को शहीद का दर्जा देने की मांग की और परिवार को अनुकंपा नियुक्ति देने की बात कही, साथ ही हमला करने वाले आरोपीयों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है, घर में छोटे बेटे का अप्रैल माह में विवाह था, ऐसे में और पूरा परिवार शादी की तैयारी में जुटा था, और इस घटना के बाद परिवार सहित पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।
इस बारे में राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी ने कहा कि मऊगंज में यह जो दुःखद घटना हुई है, जो हमारे वीर जवान जिन्होंने ड्यूटी करते अपने प्राणों को न्योछावर किया है, सरकार के प्रति उनकी पूरी संवेदनाएं हैं, और जितना हो सकेगा उसे प्रकार से पूरा शासन प्रशासन के साथ खड़ा है, और जो सहायता की जा सकेगी वह हम करेंगे, अनुकंपा नियुक्ति के अगर हम बात करें तो परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति मिलेगी, शहीद का दर्जा स्वाभाविक रूप से की उन्होंने ड्यूटी में रहते हुए अपनी वीरता का परिचय दिया है तो उन्हें शहीद की उपाधि में मिलेगी, और शासन की ओर से उन्हें अभी तात्कालिक रूप से 1 लाख रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराई गई है, और आगामी सहयोग के लिए मऊगंज के शासन की ओर से सरकार को पत्र भेजा गया, ताकि आगे की सहायता हो सके।